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माँ
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तू उम्मीद है
तू हि धूप है
तेरा ही ये जहाँ
"तुझ से ही तो मैं हूँ माँ"
तुझ से ही तो मैं हूँ माँ
तू ही है खुशी
तू ही है हँसी
एक पल को भी रूठे मुझसे
वो दिन अब तू कभी ना लाना
तू ही है मेरी दुनिया
"तुझ से ही तो मैं हूँ माँ"
तू एह्सास है
जिसके आगे शब्दों ने भी सर झुकाया
और मैं बस इतना ही कह पाया
कि तेरा साया रहे सदा
आखिर "तुझ से ही तो मैं हूँ माँ"
- विवेकानन्द जोशी
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माँ
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तू उम्मीद है
तू हि धूप है
तेरा ही ये जहाँ
"तुझ से ही तो मैं हूँ माँ"
तुझ से ही तो मैं हूँ माँ
तू ही है खुशी
तू ही है हँसी
एक पल को भी रूठे मुझसे
वो दिन अब तू कभी ना लाना
तू ही है मेरी दुनिया
"तुझ से ही तो मैं हूँ माँ"
तू एह्सास है
जिसके आगे शब्दों ने भी सर झुकाया
और मैं बस इतना ही कह पाया
कि तेरा साया रहे सदा
आखिर "तुझ से ही तो मैं हूँ माँ"
- विवेकानन्द जोशी
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I'll like it !
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