Saturday, December 24, 2011

Meri Zindagani - Gaurav Mani Khanal

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मेरी ज़िंदगानी
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मेरी जिंदगानी....

कुछ नगमे अधूरे से,

कुछ ख्वाब सुनहरे से,

कभी हकीक़त तो कभी सपनो की कहानी,

यही है मेरी जिंदगानी,

कुछ पल का साथ आपनो का,

लम्बी रातो मे साथ सूनेपन का ,

कभी महफ़िल तो कभी तन्हाई की कहानी,

यही है मेरी  जिंदगानी,

बहुत नाजुक धागा प्यार का,

पल भर मे बिखर जाता है महल कॉच का,

कभी प्यार तो कभी दर्द की कहानी,

यही है मेरी जिंदगानी,

एक भरा टोकरा यादो का,

खट्टी मीठी बातो का,

कभी खुशी कभी गम की कहानी,

यही है मेरी जिंदगानी,

ये पल है संसार का,

एक पल आएगा श्मशान का,

मेरे अच्छे बुरे कर्मो की निशानी,

यही है मेरी जिंदगानी...


 ~~  गौरव  मणि  खनाल  ~~
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