Thursday, March 24, 2011

Hum Bhartiya Hai - Chatadenge Tumhe Dhul - Ankita Jain (Bhandari) 0n Worldcup 2011



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हम भारतीय हैं - चटादेंगे तुम्हे धूल !!

A poem after Aus match victory...for Indian team..


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हम वो हैं जो मुश्किल में घबराते नहीं ,
हम वो हैं जो मंजिल से पहले हारते नहीं !
पहचानने में हमे न करना कभी भूल,
हम भारतीय हैं चटा देंगे तुम्हे धूल !!

न सोचना कभी कि हम थक जायेंगे,
चीखोगे तुम तो हम डर जायेंगे !
मिटा देंगे गर दी कभी हमे हूल,
हम भारतीय हैं चटा देंगे तुम्हे धूल !!


संतान है हम भगत और आज़ाद की,
हैं दुआएं हमे हमारी मात्रभूमि की!
बस इक "जीतना" ही है अब हमारा मूल,
हम भारतीय हैं चटादेंगे तुम्हे धूल !!


~~ अंकिता जैन ~~
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Tere Bina Main tanha - Gaurav Mani Khanal


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तेरे बिन मे तनहा..
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           फिर आई रात तनहा,
           जगमगाते तारे अनेक पर शांत चद्रमा तनहा,
           और उस दुध्लाती रौशनी मे,
           तनहा चाँद तो निहारता मेरा मन तनहा,

           तरो की टीम टीम की बीच,
           भुझा भुझा मेरा दिल तनहा,
           और इस जगमगाती महफ़िल मे,
           तेरे हाथो का साथ खोजते मेरे हाथ तनहा,

           ठंडी मधुर पुर्वा के साथ आई तेरी खुशबू,
           तेरे ही ख्यालो मे डूबे मन को कर गयी तनहा,
           और इस मनोरम बेला मे,
           तेरा साथ खोजती मेरे दिल की धड़कन तनहा,

           यु तो है सब संगी साथी मेरे साथ,
           पर जैसे एक राधा के बिन गोपियों के बीच श्याम तनहा,
           एसे ही  तेरा ना होना प्राण प्रिये ,
           कर देता है मुझको तनहा,

           लौट आओ प्रियतम जल्दी,
           तुम बिन हो गए है मेरे सपने भी तनहा,
           नैनो मे तुम्हारी चाहत इस कदर बसी है,
           दिन हो या रैन केवल तुम्हारी रहा तकते है ये तनहा...

--
~~गौरव मणि  खनाल~~

Aadat si ho gayi hai - Asmita

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आदत सी हो गयी हैं

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            दर्द सहने की आदत सी हो गयी हैं,
            खामोश रहने की आदत सी हो गयी हैं!
            अब बह भी जाने दो इन आंसूओ को,
            इनको तो बहने की आदत सी हो गयी हैं!!
                         दर्द सहने की.............

            रोज वही कहा-सुनी-शिकायतो के मेले ,
            वो रोज के बेचैन मंझर झगडे ओ झमेले!
            रोज के उन तानो की जरुरत सी हो गयी हैं,
            अब तो ये झिल्लत भी शराफत सी हो गयी हैं!!
                         दर्द सहने की.............

            दिल लगाना , प्यार करना, फिर उसी को तोडना !
            पहले तो ठुकरा देना, फिर उसी के पीछे दौडना!!
            जैसे मोह्ह्बत भी विरासत में मिल गयी हैं,
            अब तो प्यार की बाते भी तिजारत सी हो गयी हैं!!
            दर्द सहने की आदत सी हो गयी हैं,
            खामोश रहने की आदत सी हो गयी हैं!
                                                               

~~ अस्मिता ~~
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Tutata Khwab - Ankita Jain


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टूटता ख्वाब - अंकिता जैन (भंडारी)
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आये  थे  वो   मेरी  ज़िन्दगी  में , एक  हसीं  सपने  की  तरह .
कुछ  पल  ठहरे  और  चले  गए ,
ओस  की  बूंदों  की  तरह .
क्या  गिला  करें  उनसे  ,
जब  हमे  किस्मत  ने  दगा  दिया .
और  समझकर  हसीं  ख्वाब
उसने  हमे  भुला  दिया .
था  वफाओं  का  जो  महल  ढहा ,
ताश  के  पत्तों  की  तरह .
आये  थे  वो  मेरी  ज़िन्दगी  में , एक  हसीं  सपने  की  तरह .

नादाँ  है  ये  दिल  कहता  है ,
वो  वापस  आयेंगे .
सीने  से  लगाकर  मुझे  अपने
हर  शिकवे  को  मिटायेंगे .
कैसे  यकीन  दिलों  इसे  की ,
उसने  तो  हमे  भुला  दिया .
और  एक  पल  में  अपने  से
बेगाना  बना  दिया .
बिखर  गयी  हर  उम्मीद  आज ,
रेट  के  टीले  की  तरह .
आये  थे  वो  मेरी  ज़िन्दगी  में , एक  हसीं  सपने  की  तरह .


~~ अंकिता जैन (भंडारी) ~~

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Beti maa ki parchai hoti hai - Puneet Jain "Chinu"

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बेटी माँ की परछाई होती है - पुनीत जैन "चिनू"
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माँ ही जनम देती है, फिर ऐसे क्यू रोटी है,
बेटी ही तो माँ की, परछाई होती है|
आंगन में हलके हलके पाँव जब चलती है,

पायल गूंज उठती है,
एक सुकून सा देती है,
बेटी माँ की परछाई होती है |


बचपन बढ़ते बढ़ते,
जवानी की सीढिय चढ़ते चढ़ते ,
आंगन समेटने को जी करता है,
मनो कभी ये भी छुट जायेगा,
मनन क्यू डरता है |

में जब भी गोलमटोल होकर सोती ,
माँ चुपके से माथे पर हाथ लगा रोटी,
की में भी जाउंगी परदेश,
में धुन्दती सपनो में पिया का देश |

आँख खुलती तो सामने होता मेरा ही घर ,
मुझको लगता है फिर कैसा ये दर, 
कौन मुझको करेगा दूर ,
क्यू है माँ बाप ऐसे मजबूर|

ये जरुरी है में छोड़ दू अपना घर,
जिसमे जीती रही साँस हाथो में भर,
प्यार कण कण से करती हु में इस कदर,
हो गयी जो जुदा सच में जाउंगी मर |

कोई बन के सजन आ भी जाये इस कदर,
जान लेले मगर छीने न मेरा घर ,
में तेरे वास्ते पि भी लुंगी ज़हर,
बस मुझे बक्श दे मेरे बाबुल का घर !!!

~~ पुनीत जैन "चिनू" ~~

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Mere Dost Mere Yaar - Gaurav Mani Khanal

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            मेरे दोस्त मेरे यार - गौरव मणिखनाल 
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            गर्मी सर्दी बसंत बहार होली दिवाली सब त्योहार,
            सुने तुम्हारे बिन ये सारे आज,
            ये पंक्तिया समर्पित तुमको,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            ख़ुशी मै मेरे हँसते,
            दर्द को मेरे बंटते,
            मस्ती मे हर पल झूमते,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            चले संग हर रहा मे,
            बने परेणा हर चाह मे,
            मेरा हौसला मेरी ताकत बढ़ाते,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            मुस्कान बन गम को मेरे भगाते,
            उम्मीद बन जीवन से लड़ना सिखाते,
            हर मोड़ पर मेरे संगी मेरे साथी,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            जब कभी मन उदास हुआ,
            कंधो पर हाथ उनका सदेव हुआ,
            भरोसा करते भरपूर मुझपर,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            आये कई मुश्किल पल जीवन मे,
            हुआ बेरंग मन कई बार जीवन मे,
            इन्द्रधनुष बन बसंत लेकर हर बार आये जीवन मे,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            गुजरते वक़्त के साथ सब कुछ बदला,
            हर एक रिश्ता हर एक नाता बदला,
            नही बदला एक साथ,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            कितनी मीठी यादे है,
            लड़ना झगड़ना रूठना मनाना हँसना रोना
            और न जाने कितनी ही बाते है,
            दुनिया का हर एक रंग जिनके पास,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            लड़ते थे संग होने पर,
            रोते थे दूर जाने की बात पर,
            कितना निर्मल कितना पावन नाता ये,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            ना होती जिंदगी इतनी सरल सरस इनके बिन,
            कौन देता साथ कैसे बनती हर बिगड़ी बात,
            मेरी हर बात को सच बनाने वाले,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            सोचता हु जब कभी बीती हुई बातो को,
            हँसते हुए रो पड़ता हु मे रातो को,
            कैसे हर आंसू को मेरे पोछ देते,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            नहीं चाह कभी मैंने दिल को तुम्हारे दुखाना,
            लेकिन फिर भी अगर कभी
            धोखे से दिल दुखाया हो तुम्हारा,
            करना माफ़ समझ नादान,
            मेरे दोस्त मेरे यार,


            दूर हु तुमसे पर भुला नही एक भी बात,
            यही मांगता हु रखना तुम भी सदा मुझे याद,
            हँसना,रोना,रूठना,मानना,दर्द,दुआ, 
            सब मे तुमको ही खोजता दिल मेरा,
            मेरे दोस्त मेरे यार...




~गौरव मणि खनाल~
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Wednesday, March 23, 2011

Terms And Condition

१. यदि कोई कविता कवितापुस्तक.कॉम© पे प्रकाशन हेतु भेजी जाती है ,तो उसके किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रोनिक  प्रकाशन पर कवितापुस्तक.कॉम© का अधिकार होगा | परन्तु प्रिंट माध्यम के सभी अधिकार उनके रचनाकारों के आधीन होगा। 

२.  कविता हिंदी या उसके किसी प्रारूप में होनी चाहिये| sms विधि से इंग्लिश मे टाइप की गयी कविताओं 
     को प्रकिशित करने मे हमारे ओर से कम तरजीह दी जाएगी। 

३. कविता एक आम इंसान द्वारा समझे जाने योग्य हो|

४. भेजी गयी कविता, किसी पूर्व रचित कविता का एक प्रारूप या उससे सामान प्रतीत न हो|
    कविता भेजने के पहले इसकी जांच करले | अथवा आपके ऊपर प्रसासनिक कार्यवाही हो सकती है । 

५. यदि किसी व्यक्ति द्वारा भेजी गयी कोई कविता किसी प्रकार से फर्जी पायी जाती है ,या किसी अन्य कवि रचित कविता के मूल्यों का हनन करती है तो कवितापुस्तक.कॉम© एवं उसके असली रचयिता द्वारा उस व्यक्ति पर कानूनन कार्यवाही की  जा सकती है |

६. यदि किसी भी कवि द्वारा कोई कविता कवितापुस्तक.कॉम© पर स्वयं उनके द्वारा प्रकाशित की जाती  
    है, तो उसे हटाया नहीं जायेगा |

Saturday, March 19, 2011

प्यार और मोहोब्बत पे कवितायेँ

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देश भक्ति कवितायें





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Desh Bhakti Kavitayien
POETS
01
Rabindranath Thakur
02
Girija Kumar Mathur
03
Md. Iqbal
04
Bankim Chandra Chattopadhayay
05
Kamlesh Kumar Deewan
06
P.K.Mishra
07
Shridhar Pathak
08
Snehlata (Sneh)
09
Atal Bihari Vajpayee
10
Som Thakur
11
Randhari Singh 'Dinkar'
12
Ramavtar Tyagi
13
Shyamlal Gupt Parshad
14
Rajendra Kishan
15
Narendra Sharma
16
Harivansha Rai Bacchan
17
Pradeep
18
Prem Dhawan
19
Ramprasad Bismil
20
Dwarika Prasdhad Maheshwari
21
Vanshi Dhar Shukla
22
Hariwansha Rai Bacchan
23
Sajeevan Mayank
24
Anibhav Shukla
25
Sumitranandan Pant
26
Girija Kumar Mathur
27
Maithili Sharan Gupt
28
Maithili Sharan Gupt
29
Bharatendu Harishchandra
30
Ram Prasad Bismil
31
Subhadra Kumari Chauhan
32
Atal Bihari Vajpayee